आखिर कब तक ? शिक्षा को व्यापार बनाया जायेगा ( कविता )
आखिर कब तक ? कविता उन लोगो की आवाज है जो गरीबी के कारण पढ़ लिखकर भी पीछे रह जाते है । अमीर लोग पैसे से उनसे आगे निकल जाते है वो पैसे से पेपर खरीद लेते है । मेहनत का क्या फायदा जब भ्रष्टाचार और दलालों की भेट ये मासूम चढ़ जाते है । उसी पर लिखी ये कविता सरकार की आंखो को खोलती हुई ।