पाठ योजना -4: तालाब मे चाँद (कक्षा 3, हिन्दी , पुस्तक: पंखुड़ी)

यहाँ कक्षा 3 की हिन्दी पुस्तक ‘पंखुड़ी’ के पाठ 4 ‘तालाब में चाँद’ की संशोधित पाठ योजना दी जा रही है,

पाठ योजना: तालाब में चाँद ( Lesson Plan 4 – Talab me Chaand)

पुस्तक: पंखुड़ी
कक्षा: 3
पाठ: 4
पाठ का शीर्षक: तालाब में चाँद

शिक्षण के उद्देश्य:

  1. छात्रों को कहानी ‘तालाब में चाँद’ की समझ और उससे मिलने वाली शिक्षा प्रदान करना।
  2. छात्रों में रचनात्मकता और हंसी-खुशी का माहौल बनाना।
  3. छात्रों को नैतिक शिक्षा देना कि हर चीज़ को देख कर उसके पीछे भागने से पहले सोचना चाहिए।
  4. शब्दावली और कहानी के साथ सम्बंधित घटनाओं का वर्णन करना।

अधिगम परिणाम:

  • छात्र कहानी की मुख्य बातें समझेंगे।
  • छात्र कहानी से यह सीखेंगे कि कुछ चीज़ें केवल दृष्टि भ्रम होती हैं।
  • छात्र अपनी कल्पना के आधार पर बंदरों की और शरारतों की कहानियाँ बना सकेंगे।

शिक्षण विधियाँ:

  1. प्रारंभिक क्रिया:
  • शिक्षिका छात्रों से पूछेंगी कि क्या उन्होंने कभी पानी में अपना या किसी और चीज़ का प्रतिबिंब देखा है।
  • कहानी की पृष्ठभूमि का संक्षिप्त परिचय देंगी, जिसमें बंदरों की शरारत का जिक्र होगा।
  1. पाठ का वाचन और व्याख्या:
  • शिक्षिका कहानी के मुख्य अंश, जैसे बंदरों द्वारा तालाब में चाँद को देखना और उसे पकड़ने की कोशिश करना, जोर से पढ़ेंगी।
  • पाठ के दौरान कठिन शब्दों को समझाया जाएगा।
  • कहानी का दृश्यात्मक वर्णन किया जाएगा ताकि बच्चे आसानी से इसे समझ सकें। कहानी का अंश:
    “एक बार बंदरों को तालाब में चाँद दिखा। उन्हें शरारत सूझी कि क्यों न चाँद को पकड़ लें। जैसे ही बंदर तालाब में कूदे, चाँद गायब हो गया।”
  1. प्रश्नोत्तर और चर्चा:
  • पाठ से जुड़े कुछ प्रश्न:
    1. बंदरों ने तालाब में क्या देखा?
    2. उन्होंने क्या सोचा और क्या किया?
    3. चाँद क्यों गायब हो गया?
  1. गतिविधियाँ:
  • छात्रों से इस कहानी पर आधारित एक चित्र बनवाएं जिसमें बंदर तालाब में चाँद को पकड़ने की कोशिश कर रहे हों।
  • छात्रों से इस कहानी का अंत अपनी कल्पना से बदलने को कहें।
  1. शब्दावली:
  • तालाब, चाँद, प्रतिबिंब, शरारत, गायब आदि शब्दों का अर्थ और प्रयोग समझाया जाएगा।

मूल्यांकन:

  • छात्रों से कहानी के बारे में मौखिक और लिखित प्रश्न पूछे जाएंगे।
  • छात्रों की कल्पनाओं और उनके चित्रण का मूल्यांकन किया जाएगा।
  • शब्दों का सही अर्थ और प्रयोग जांचा जाएगा।

गृहकार्य:

  • छात्रों से इस कहानी पर आधारित एक छोटी कविता या कहानी लिखने को कहें।
  • छात्रों को पानी में प्रतिबिंब देखने का अपना अनुभव साझा करने के लिए कहा जाएगा।

इस पाठ योजना के अनुसार, बच्चों को न केवल मनोरंजन मिलेगा, बल्कि वे नैतिक शिक्षा और कहानी की समझ भी हासिल करेंगे।

पाठ योजना कक्षा 2 , पुस्तक सारंगी

पाठ योजना कक्षा 3 – पुस्तक पखुड़ी

Leave a Comment