यहाँ पर ‘नीमा की दादी’ (Neema Ki Dadi ) पाठ के लिए कक्षा 2 के लिए एक सरल और प्रभावी पाठ योजना प्रस्तुत की जा रही है। यह योजना छात्रों को पाठ की मुख्य अवधारणाओं को समझने में मदद करेगी और उन्हें सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
पाठ योजना: नीमा की दादी (कक्षा 2, पुस्तक: सारंगी)
पाठ: नीमा की दादी
पुस्तक: सारंगी (कक्षा 2)
अध्याय संख्या: 1
समय: 35-40 मिनट
शिक्षण उद्देश्य:
- विद्यार्थियों को पाठ ‘नीमा की दादी’ के मुख्य विचार और घटनाओं से परिचित कराना।
- विद्यार्थियों में बुजुर्गों के प्रति सम्मान और उनके साथ समय बिताने के महत्व को समझाना।
- भाषा कौशल को बढ़ावा देना – नए शब्दों को समझना और उनका प्रयोग करना।
- संवादात्मक कौशल का विकास करना।
प्रस्तावना (5 मिनट):
- प्रारंभिक गतिविधि: विद्यार्थियों से उनके घर के बुजुर्गों (दादी, नाना आदि) के बारे में सवाल करें। उदाहरण:
- क्या आप अपनी दादी/नानी के साथ समय बिताते हैं?
- आप उनकी कैसे मदद करते हैं?
- विद्यार्थियों से दादी और नाती-पोते के संबंध के बारे में बात करें।
पाठ की प्रस्तुति (15-20 मिनट):
- पाठ पढ़ना और समझाना:
- शिक्षक पाठ का परिचय दें और ‘नीमा की दादी’ की कहानी पढ़ें। इस दौरान महत्वपूर्ण शब्दों को समझाएं, जैसे ‘दादी’, ‘चप्पलें’, ‘घुटनों में दर्द’।
- पाठ को छोटे भागों में पढ़ाएं और हर भाग के बाद उस पर चर्चा करें।
- पाठ का मुख्य भाव: दादी-नाती के रिश्ते की मधुरता और दादी की नीमा के प्रति चिंता और प्रेम।
- मुख्य बिंदु:
- नीमा का स्कूल से लौटना।
- दादी का नीमा का इंतजार करना और उनकी दैनिक क्रियाएँ।
- नीमा का दादी की मदद करना और उनके साथ खेलने का प्रस्ताव देना।
सक्रियता (10 मिनट):
- प्रश्नोत्तरी:
- नीमा कब स्कूल से लौटती है?
- दादी नीमा का किस तरह इंतजार करती हैं?
- नीमा ने दादी के लिए क्या किया?
- रोल प्ले:
- विद्यार्थियों को नीमा और दादी का संवाद निभाने के लिए प्रेरित करें। यह उनके संवादात्मक कौशल को बढ़ावा देगा और उन्हें कहानी में गहराई से जुड़ने में मदद करेगा।
अभ्यास कार्य (5-7 मिनट):
- कार्यपत्रक/लेखन कार्य: विद्यार्थियों से एक छोटा अनुच्छेद लिखने को कहें कि वे अपनी दादी या नानी के साथ कैसे समय बिताते हैं।
- चित्रकारी: विद्यार्थियों से पाठ के किसी दृश्य का चित्र बनाने को कहें, जैसे कि नीमा और उसकी दादी साथ में खेल के मैदान में जा रहे हैं।
गृह कार्य:
- अपने दादी/नाना या किसी बुजुर्ग से बातचीत करें और जानें कि वे किस प्रकार का समय बिताना पसंद करते हैं। अगले दिन कक्षा में इस पर चर्चा करें।
समापन (5 मिनट):
- विद्यार्थियों से यह पूछें कि उन्होंने पाठ से क्या सीखा और उन्हें दादी-नाती के रिश्ते की महत्ता के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करें।
- पाठ के अंत में यह सुनिश्चित करें कि सभी विद्यार्थियों ने पाठ को समझ लिया है और उन्हें इस पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर दें।
आवश्यक संसाधन:
- पुस्तक ‘सारंगी’
- कक्षा में उपयोग के लिए ब्लैकबोर्ड, चार्ट पेपर और चित्रकारी सामग्री
इस प्रकार की योजना से बच्चे न केवल पाठ को समझेंगे बल्कि बुजुर्गों के प्रति सम्मान और स्नेह का महत्व भी जानेंगे।