Hindi Divas Quotes & Poems 2022 । हिंदी दिवस पर कोट्स और कविताएं। 14 सितंबर हिंदी दिवस ।
हिंदी दिवस पर कोट्स और कविताएं (Hindi Divas Quotes & Poems )
हिंदी दिवस पर कोट्स और कविताएं – शेयर कीजिए हिंदी दिवस पर अपनी रचनाएं कविता , निबंध और कहानियां
हिंदी का इतिहास क्या है?
हिंदी आधुनिक युग की भाषाओं में से प्रचलित एक भाषा है। हिंदी का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना जाता है। हिंदी भाषा को आर्य भाषा (संस्कृत) की उत्तराधिकारी भी माना जाता है। साथ ही यह भी माना जाता है की हिंदी भाषा का जन्म संस्कृत की कोख से ही हुआ है, अगर हिंदी की लिपि की बात करे तो इसकी लिपि देवनागरी है।
हिंदी भाषा का विकास क्रम क्या है?
हिंदी भाषा का विकासक्रम इस प्रकार है –
- संस्कृत – पाली
- प्राकृत
- अपभ्रंश
- अवहट्ट
- प्राचीन
- प्रारंभिक हिंदी
हिंदी भाषा – भारतीय इतिहास की पहचान ही नही अपितु हिंदी भारतीय साहित्य भी विश्व में सबसे उत्कृष्ट माना जाता है। हिंदी साहित्य के रचनाकारों की बात करे तो उनके साहित्यों की लिस्ट बहुत लंबी है।
भारत में १४ सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है?
14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाए जाने के पीछे भी एक इतिहास रहा है। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था, उसके दो साल बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था। इस निर्णय के बाद हिंदी को प्रत्येक क्षेत्र , राज्य में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति , वर्धा के अनुरोध पर 1953 से पूरे भारत राष्ट्र में 14 सितंबर को हर वर्ष हिंदी दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
हिंदी भाषा को और अधिक प्रसारित करने हेतु 01 सितंबर से 15 सितंबर तक हिंदी पखवाड़े के रूप में मनाते है। इन दिनों सभी विद्यालयों , कालिजो, विश्व विद्यालयों, और भारतीय संस्थानों द्वारा विशेष प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें हिंदी के प्रचार प्रसार हेतु निबंध लेखन, कविता, कहानी लेखन, सुलेख आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है और प्रतिभागियों को पुरुस्कृत भी किया जाता है। इस पखवाड़े में विशेष अभियान के तहत लोगो को प्रेरित किया जाता है जिसके परिणामस्वरूप आज हिंदी भाषा को विश्व मे अलग पहचान मिली है।
हिंदी दिवस पर कविता
सोचा आज एक लेख लिखूं ।
कविता या संदेश लिखूं ।।
शब्दों का एक जाल बुनू,
उसमे रस का बान चुनू ।
बांधे जो शब्दों के धागों को ,
मैं एक योजक बान बनूं ।।
सोचा आज एक लेख लिखूं ।
कविता या संदेश लिखूं ।।
काल, अर्थ को आधार बनाकर ,
गति, ताल को धार बनाकर ।
जिसमें भाव सिमट जाए ,
ऐसा मै एक छंद लिखूं ।।
सोचा आज एक लेख लिखूं,
कविता या संदेश लिखूं ।
शब्दों का चमत्कार हो जिसमें ,
रूपक, यमक अलंकार हो जिसमें ।
संयम और संस्कार हो जिसमें ,
हिंदी भाषा एक चुनूं ।।
सोचा आज एक लेख लिखूं ,
कविता या संदेश लिखूं ।।